शादी का झांसा देकर एपीओ ने प्रतियोगी छात्रा से किया दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज

शादी का झांसा देकर एपीओ ने प्रतियोगी छात्रा से किया दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज

शादी का झांसा देकर एपीओ ने प्रतियोगी छात्रा से किया दुष्कर्म, मुकदमा दर्ज

prayagraj - जार्जटाउन थाने में एक युवती ने एक सहायक अभियोजन अधिकारी (एपीओ) के खिलाफ दुराचार सहित अन्य आरोप में केस दर्ज कराया है। युवती का आरोप है कि प्रयागराज में परीक्षाओं की तैयारी के समय उससे दोस्ती हुई थी। शादी का झांसा दिया गया था और नौकरी मिलने की खुशी की पार्टी में पीड़िता को कमरे में बुलाकर पानी में कुछ मिलाकर पिलाने के बाद दुष्कर्म किया गया। इतना ही नहीं इसके बाद उसे कई बार प्रताड़ित किया गया और पिस्टल अड़ाकर कई कागजों में हस्ताक्षर करवा लिये गये। पुलिस आयुक्त प्रयागराज के आदेश पर जार्जटाउन पुलिस दीपक कुमार िंसह के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गयी है। पुलिस ने पीडिता का शनिवार को कोर्ट में बयान दर्ज करा दिया है।
सहारनपुर जनपद निवासी एक युवती ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि पीड़ित वर्ष २०१४ में इविवि से एलएलएम करने के बाद न्यायिक प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए प्रयागराज में कोचिंग कर रही थी। कोचिंग में ही दीपक से उसकी मुलाकात हुई उसने अपने को दीपक सिंह ठाकुर बताया था। उसने बताया था कि वह अपने घर में इकलौती संतान है। वर्ष २०१४ में दीपक की एडीओ पंचायत मे नौकरी लग गयी। सोरांव में पहली नियुक्ति हुई। एडीओ में नौकरी लगने की खुशी में अपने कुछ दोस्तों के साथ पार्टी की। पीड़िता को भी अपने कमरे में बुलाया। आरोप है कि पीड़िता को प्यास लगी थी तो कोल्डड्रिंक लाकर पीने को दिया गया। आरोप है कि उसके बाद उसको होश नहीं था उसके साथ आरोपित ने दुराचार किया। पूछने पर उसने माफी मांगी और पुलिस से शिकायत करने को मना कर शादी का वादा किया। कुछ दिनों बाद पता चला कि दीपक ठाकुर नहीं अनुसूचित जाति कोटे से चयन हुआ है। इसी बीच वर्ष २०१५ में दीपक का यूपीएपीओ में चयल हो गया। पहली नियुक्ति शाहजहांपुर में हुई। वर्ष २०२० में कामाख्या मंदिर गोहाटी में सादे रुप से माला पहनाकर पीड़िता के साथ शादी कर ली। इसके बाद वह घर नहीं ले गया पीउिता प्रयागराज में ही रहने लगी। एकदिन उसके मोबाइल पर फोन आया तो उसने उठा लिया तब पता चला कि उसकी शादी हो चुकी है। जानकारी होने के बाद आरोपित कई बार मारपीट की। आरोप है कि २३ सितबंर २३ को पीड़िता को उसके पैत्रक आवास से पिस्टल के बल पर गाड़ी में बैठाकर शाहजहांपुर ले गया। वहां पर पहले से बुक होटल के कमरे में ले गया। आरोप है कि वहां पीड़िता के साथ जबरन हांथ पैर बांधकर दुराचार किया गया। अप्राकृतिक कुकर्म भी किया। इतना ही बेरहमी से मारापीटा गया। इसके बाद सिर पर पिस्टल अडाकर एक स्टांप पर लिखवाया कि उसके पिता ५० लाख उधार लियेथे, तीस लाख का कर्ज और कुद सादे कागज में हस्ताक्षर करवा लिये। पीड़िता वहां से किसी तरह से बचकर प्रयागराज चली आयी और एक दोस्त के यहां रहकर अपना इलाज करवाया। पीड़िता से मोबाइल भी छीन लिया गया था। २९ सितंबर को व्हाटसएप पर दीपक ने एक एफआईआर की प्रति भेजी और धमकी दिया कि एफआईआर दर्ज करा दिया हूं तुमकों और तुम्हारे परिवार को जेल भेजवाकर बरबाद कर दूंगा और तुम्हारी चार बहनों को कोठे पर बेंच दूंगा।