थाना प्रभारी सहित पांच के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर
थाना प्रभारी सहित पांच के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई एफआईआर

प्रयागराज। झूंसी थाने में तैनात तत्कालीन थाना प्रभारी वैभव सिंह, उपनिरीक्षक जितेन्द्र राजपूत सहित पांच के खिलाफ मारपीट एवं धमकाने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। झूंसी के नैका महीन निवासी डा. विपिन कुमार सिंह की शिकायत पर कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन थाना प्रभारी वैभव सिंह, उपनिरीक्षक जितेन्द्र राजपूत, चन्द्रबली, मनीष यादव और रजत कुमार अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
झूंसी के नैका महीन निवासी डा. विपिन कुमार सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्होंने एक जमीन खरीदी थी। जमीन खरीदने के बाद पीड़ित पश्चिमी सीमा पर पक्की दीवार बनवाया और उसमें टीनशेड गैरेज का निर्माण कराया था। आरोप है कि आरोपित पीड़ित की पत्नी से मिला और कहा कि आप लोग उक्त जमीन में से दो सौ वर्गग जमीन का बैनाम उसके पक्ष में कर देवे जिससे उसके पीछे की जमीन काम में आ जाये। और जमीन के बदले वह बगल की जमीन का बैनामा कर देगा। पीड़ित की पत्नी के नाम जमीन को बैनामा कर दिया गया। इसके बाद दबाव बनाया जाने लगा कि जो पहले से कमरा बना है उसी के बगल में उसे जमीन दे दिया जाये। मना करने पर कब्जा करने का प्रयास किया गया। आरोप है कि २७ जनवरी को उक्त विपक्षीगण बिना किसी आदेश के पिलर गिराने लगे। पीड़ित ने इसका विरोध किया तो पीड़ित के सीने पर रिवाल्वर लगाते हुए गाली दी गयी। पीड़ित को जीप में बैठा लिया गया। भाई के विरोध करने पर थाने में भेज दिया गया। इधर निर्माण गिरा दिया गया और घरेलू सामान को भी उठा ले गये। उपनिरीक्षक जितेन्द्र ने एक साजिश के तहत पीड़ित और उसके भाई को थाने भेज दिया। थाना प्रभारी ने पीड़ित का मोबाइल ले लिया और जमीन को तहस नहस होने के बाद रात में छोड़ा। आरोप है कि पीड़ित से २० लाख रुपये की मांग की गयी नहीं तो दुराचार हत्या जैसे अपराध में फंसा कर जिन्दगी बरबाद करने की धमकी दी गयी। झूंसी पुलिस कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गयी है।